Thursday 2 January 2014

हर धड़कन की बस इतनी ख्वाहिस है

हर धड़कन की बस इतनी ख्वाहिस है ......
एक बार आ जाओ सांस रुकने से पह्ले ........
बहुत तड़पा है तन्हा दिल बेचारा...
एक बार मान जाओ आंख बंद होने से पहले...

संगदिल ज़माना है दो चेहरे हैं सभी के
कभी इन चेहरो पर भरोसा न करो
यकीनन ज़लते हैं हमारे रिस्तो को सब
किसी के कहने को तुम यूँ सुना करो ......

बहुत ही  कम है ज़िंदगी हमारी
इसे रूठने मनाने मे ज़ाया न करो
तुम्हारी बेरुखी मेरी ज़ान ले लेगी
इस दुनिया से दूर कभी फिक्र मेरी भी करो

हर धड़कन की बस इतनी ख्वाहिस है ......
एक बार आ जाओ सांस रुकने से पह्ले .......

हर धड़कन की बस इतनी ख्वाहिस है

हर धड़कन की बस इतनी ख्वाहिस है ......
एक बार आ जाओ सांस रुकने से पह्ले ........
बहुत तड़पा है तन्हा दिल बेचारा...
एक बार मान जाओ आंख बंद होने से पहले...

संगदिल ज़माना है दो चेहरे हैं सभी के
कभी इन चेहरो पर भरोसा न करो
यकीनन ज़लते हैं हमारे रिस्तो को सब
किसी के कहने को तुम यूँ सुना करो ......

बहुत ही  कम है ज़िंदगी हमारी
इसे रूठने मनाने मे ज़ाया न करो
तुम्हारी बेरुखी मेरी ज़ान ले लेगी
इस दुनिया से दूर कभी फिक्र मेरी भी करो

हर धड़कन की बस इतनी ख्वाहिस है ......
एक बार आ जाओ सांस रुकने से पह्ले .......

हर धड़कन की बस इतनी ख्वाहिस है

हर धड़कन की बस इतनी ख्वाहिस है ......
एक बार आ जाओ सांस रुकने से पह्ले ........
बहुत तड़पा है तन्हा दिल बेचारा...
एक बार मान जाओ आंख बंद होने से पहले...

संगदिल ज़माना है दो चेहरे हैं सभी के
कभी इन चेहरो पर भरोसा न करो
यकीनन ज़लते हैं हमारे रिस्तो को सब
किसी के कहने को तुम यूँ सुना करो ......

बहुत ही  कम है ज़िंदगी हमारी
इसे रूठने मनाने मे ज़ाया न करो
तुम्हारी बेरुखी मेरी ज़ान ले लेगी
इस दुनिया से दूर कभी फिक्र मेरी भी करो

हर धड़कन की बस इतनी ख्वाहिस है ......
एक बार आ जाओ सांस रुकने से पह्ले .......

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